REET Level 2 Syllabus 2024
रीट लेवल 2 सिलेबस 2024, REET 2024 Level 2 Syllabus in Hindi: राजस्थान मे आगामी महीनों मे होने वाली रीट पात्रता परीक्षा 2024 (REET 2024) की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए यहाँ रीट लेवल 2 का सम्पूर्ण सिलेबस उपलब्ध करवा रहे हैरीट 2024 की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को सबसे पहले रीट 2024 सिलेबस की जानकारी होना आवश्यक है । हम आपके लिए यहाँ पर रीट लेवल 2 सिलेबस के बारे मे विस्तृत जानकारी प्रदान कर रहे है ।
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REET level 2 syllabus |
REET 2024 Exam Pattern Level 2
बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र: 30 प्रश्न – 30 अंक
भाषा प्रथम: 30 प्रश्न – 30 अंक
भाषा द्वितीय: 30 प्रश्न – 30 अंक
विषय (सामाजिक अध्ययन या गणित-विज्ञान): 60 प्रश्न – 60 अंकREET Level 2 Syllabus 2024
Child Dovelopment and Padagogy: बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र
बाल विकास: वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले तत्त्व ( विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में ) एवं अधिगम से उनका संबंध। वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका,
व्यक्तिगत विभिन्नताए : अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओ को प्रभावित करने वाले कारक, व्यक्तित्व: संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक । व्यक्तित्व का मापन, बुद्धि: संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुआयामी बुद्धि एवं इसके अभिप्रेत
विविध अधिगमकर्त्ताओं की समझ: पिछड़े हुये, मानसिक रूप से पिछडे़, प्रतिभाशाली, सृजनशील, वंचित एवं अलाभान्वित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे ।
अधिगम मे आने वाली कठिनाइयाँ, समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका, अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना, अधिगम को प्रभावित करने वाले तत्त्व, अधिगम के सिद्धान्त (व्यवहारवाद, गैस्टाल्टवाद, बान्डुरा एवं प्याजे)
बच्चे सीखते कैसे है, अधिगम की प्रक्रियाएं, चिंतन, कल्पना एवं तर्क, अभिप्रेरणा एवं इसके अधिगम के लिए निहितार्थ, शिक्षण अधिगम की प्रक्रियायें, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचनायें एवं विधियाँ।
आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण। सीखने के प्रतिफल, क्रियात्मक अनुसन्धान, शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका – एवं दायित्व
इसे भी देखे:
सामाजिक अध्ययन ( Social Studies)
भारतीय सभ्यता, संस्कृति एवं समाज : सिन्धु घाटी सभ्यता, वैदिक संस्कृति, जैन धर्म व बोद्ध धर्म, महाजनपदकाल । मौर्य तथा गुप्त साम्राज्य एवं गुप्तोत्तर काल : राजनीतिक इतिहास और प्रशासन, भारतीय संस्कृति के प्रति योगदान, गुप्त-काल की सांस्कृतिक उपलब्धियाँ, भारत (600-1000 ई.), बाहरी विश्व से भारत का सांस्कृतिक संबंध।
मध्यकाल एवं आधुनिक काल : भक्ति और सूफी आन्दोलन, मुगल-राजपूत संबंध; मुगल प्रशासन, भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, 1857 की क्रांति, भारतीय अर्थव्यवस्था पर ब्रिटिश प्रभाव, पुनर्जागरण एवं सामाजिक सुधार, भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (1919-1947)
भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र : भारतीय संविधान का निर्माण व विशेषताएं, उद्देशिका, मूल अधिकार एवं मूल कर्तव्य, सामाजिक न्याय, बाल अधिकार व बाल संरक्षण, लोकतंत्र मे निर्वाचन व मतदाता जागरूकता । सरकार: गठन एवं कार्य : संसद; राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद्; उच्चतम न्यायालय; राज्य सरकार; पंचायती राज एवं नगरीय स्व-शासन ( राजस्थान के विशेष संदर्भ मे) जिला प्रशासन व न्याय व्यवस्था ।
पृथ्वी एवं हमारा पर्यावरण : अक्षांश, देशान्तर, पृथ्वी की गतियाँ, वायुदाब एवं पवने, चक्रवात एवं प्रति चक्रवात, सूर्य एवं चंद्रग्रहण, पृथ्वी के मुख्य जलवायु कटिबन्ध, जैव मण्डल, पर्यावरणीय समस्याएं एवं समाधान । भारत का भूगोल एवं संसाधन : भू-आकृति प्रदेश, जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, वन्य जीवन, बहुउद्देशीय योजनाएं, मृदा, कृषि फसलें, उद्योग, खनिज, परिवहन, जनसंख्या, मानव संसाधन, विकास के आर्थिक एवं सामाजिक कार्यक्रम।
राजस्थान का भूगोल एवं संसाधन : भौतिक प्रदेश, जलवायु एवं अपवाह प्रणाली, झीलें, मृदा, जल-संरक्षण एवं संग्रहण, कृषि फसलें, खनिज एवं ऊर्जा संसाधन, राजस्थान की प्रमुख नहरें एवं नदी घाटी परियोजनाएं, परिवहन, उद्योग एवं जनसंख्या, पर्यटन स्थल, वन एवं वन्य जीवन ।
राजस्थान का इतिहास : प्राचीन सभ्यताऐं एवं जनपद, राजस्थान के प्रमुख राजवंशों का इतिहास, 1857 की क्रांति मे राजस्थान का योगदान, राजस्थान मे प्रजामंडल, जनजातीय व किसान आंदोलन, राजस्थान का एकीकरण, राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व ।
राजस्थान की कला व संस्कृति : राजस्थान की विरासत (दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान के मेले, त्योहार एवं लोक कलाएं, राजस्थान की चित्रकला, लोक नृत्य एवं लोक नाट्य, लोक देवता, लोक संत, लोक संगीत एवं संगीत वाद्य यंत्र, राजस्थान की हस्तकला एवं स्थापत्य कला, वेशभूषा एवं आभूषण, भाषा एवं साहित्य ।
बीमा एवं बैंकिंग प्रणाली : बीमा एवं बैंक के प्रकार, भारतीय रिजर्व बैंक और उसके कार्य, सहकारिता एवं उपभोक्ता जागरूकता ।
शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-I : सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन की संकल्पना एवं प्रकृति; कक्षा-कक्ष की प्रक्रियाएं, क्रियाकलाप एवं विमर्श; सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन के अध्यापन की समस्याएं; समालोचनात्मक चिन्तन का विकास;
शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-II : पृच्छा/आनुभाविक साक्ष्य; शिक्षण अधिगम सामग्री एवं सहायक सामग्री; सूचना एवं संचार प्रोद्योगिकी प्रायोजना कार्य, सीखने के प्रतिफल, मूल्यांकन ।
Science
सजीव एवं निर्जीव : परिचय, अंतर एवं लक्षण, सूक्ष्म जीवः जीवाणु, वायरस, कवक ; (लाभकारी एवं अलाभकारी), सजीव- पौधे के प्रकार एवं विभिन्न भाग, पादपों मे पोषण, श्वसन एवं उत्सर्जन, पादप और जंतु कोशिकाओं की संरचना और कार्य, कोशिका विभाजन।
मानव शरीर एवं स्वास्थ्य : सूक्ष्म जीवों से फैलने वाले रोग (क्षय रोग, खसरा, डिप्थीरिया, हैजा, टाइफाइड), रोगों से बचाव के उपाय; मानव शरीर के विभिन्न तंत्र; संक्रामक रोग (फैलने के कारण और बचाव) ; भोजन के प्रमुख अवयव और इनकी कमी से होने वाले रोग, संतुलित भोजन।
जन्तु प्रजनन एवं किशोरावस्था: जनन की विधियां: लैगिंक एवं अलैगिंक, किशोरावस्था एवं यौवनारम्भ: शारीरीक परिर्वतन, जनन मे हार्मोन्स की भूमिका, जननात्मक स्वास्थ्य, बल एवं गति – बलों के प्रकार (पेशीय बल, घर्षण बल, गुरूत्व बल, चुम्बकीय बल, स्थिर वैद्युत बल, आदि) ;गति के प्रकार (रेखीय, वृत्ताकार, कम्पन गति, आवर्त एवं घूर्णन गति)।
कार्य एवं ऊर्जा, ऊर्जा के परम्परागत तथा वैकल्पिक स्त्रोत, ऊर्जा संरक्षण।, दाब, वायुमंडलीय दाब, उत्प्लावन बल ।
ताप एवं ऊष्मा – ताप एवं ऊष्मा का अभिप्राय, तापमापी, ऊष्मा संचरण ।, प्रकाश एवं ध्वनि – प्रकाश के स्त्रोत, प्रकाश का परावर्तन, गोलीय दर्पण, समतल दर्पण व गोलीय दर्पण मे प्रतिबिम्ब बनना, प्रकाश का अपवर्तन, लैंस एवं लैंस से प्रतिबिंब का निर्माण । ध्वनि, ध्वनि संचरण, ध्वनि के अभिलक्षण, ध्वनि प्रदूषण ।
विद्युत एवं चुम्बकत्व : विद्युत धारा, विद्युत परिपथ, विद्युत धारा के ऊष्मीय, चुंबकीय एवं रासायनिक प्रभाव, चुंबक एवं चुम्बकत्व ।, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – दैनिक जीवन मे विज्ञान का महत्व, संश्लेषिक रेशे तथा प्लास्टिक – संश्लेषिक रेशों के गुणधर्म एवं प्रकार, प्लास्टिक एवं इसके गुणधर्म, डिटर्जेन्ट, सीमेंट आदि; चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (एक्स किरण, सी.टी. स्कैन, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउण्ड तथा लेजर किरणें),
दूरसंचार के क्षेत्र में- फैक्स मषीन, कम्प्यूटर, इन्टरनेट, ई-मेल तथा वेबसाइट की सामान्य जानकारी।, सौर मण्डल – चन्द्रमा एवं तारे, सौर परिवार-सूर्य एवं गृह, धूमकेतु, तारा मण्डल। पदार्थ की संरचना – परमाणु एवं अणु, परमाणु की संरचना; तत्व, यौगिक और मिश्रण; मिश्रण के अवयवों का पृथक्करण; तत्वों के प्रतीक, यौगिकों के रासायनिक सूत्र तथा रासायनिक समीकरण, भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन ।
रासायनिक पदार्थ – ऑक्साइड, हरित गृह प्रभाव और वैश्विक तापन, हाइड्रोकार्बन (सामान्य जानकारी), अम्ल, क्षार और लवण, ऑक्सीजन गैस, नाइट्रोजन गैस, नाइट्रोजन चक्र, कोयला, पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस। विज्ञान की संरचना एवं प्रकृति, प्राकृतिक विज्ञान: लक्ष्य एवं उद्देश्य, प्राकृतिक संसाधन, पर्यावरण, प्रदूषण व नियंत्रण, जैव विविधता, अनुकूलन, कचरा प्रबंधन ।
कृषि प्रबंधन : कृषि पद्धतियाँ, राजस्थान मे उगाई जाने वाली प्रमुख फसलें । विज्ञान को समझना, विज्ञान की शिक्षण विधियां, नवाचार, पाठ्य सामग्री/सहायक सामग्री, मूल्यांकन, समस्याऐं, उपचारात्मक शिक्षण
गणित
घातांक: समान आधार की घातीय संख्याओं का गुणा तथा भाग, घातांक नियम।, बीजीय व्यंजक: बीजीय व्यंजकों का योग, व्यवकलन, गुणा एवं भाग, सर्वसमिकाएं। गुणनखण्ड: सरल बीजीय व्यंजकों के गुणनखण्ड। समीकरण: सरल एकघातीय समीकरण। वर्ग और वर्गमूल। घन और घनमूल । ब्याज: सरल ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ – हानि, अनुपात एवं समानुपात: समानुपाती भागों में विभाजन।
प्रतिशतता, जन्म व मृत्यु दर, जनसंख्या वृद्धि, हास। रेखा तथा कोण: रेखाखण्ड, सरल एवं वक्र रेखाएं, कोणों के प्रकार। समतलीय आकृतियाँ: त्रिभुज, त्रिभुजों की सर्वांगसमता, चतुर्भुज तथा वृत्त, बहुभुज । समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं परिमाप : त्रिभुज, आयत, समान्तर चतुर्भुज एवं समलम्ब चतुर्भुज। पृष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतन- घन, घनाभ एवं लम्बवृतीय बेलन।
सांख्यिकी: आंकडों का संग्रह एवं वर्गीकरण, बारम्बारता बंटन सारिणी, मिलान चिह्न, स्तम्भ (बार) लेखाचित्र एवं आयत लेखाचित्र, वृत्तीय ग्राफ (पाई चित्र) । लेखाचित्र (ग्राफ): विभिन्न प्रकार के लेखाचित्र। प्रायिकता । गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति। पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता। गणित की भाषा । सामुदायिक गणित । मूल्याकंन । उपचारात्मक शिक्षण । शिक्षण की समस्यायें
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