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President Putin |
आप है मेरे साथ में एक ऐसी खबर के अपडेट के साथ जिस खबर की वजह से निश्चित ही आने वाले समय में रशिया यूक्रेन के बीच में संघर्ष बहुत बड़ा हो सकता है और बड़े संघर्ष की सूचना उस समय दी जा रही है जब हाल ही में अमेरिका में प्रेसिडेंशियल इलेक्शन खत्म हुए हो ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जीत तो ट्रंप गए लेकिन वर्तमान में अमेरिकी राष्ट्रपति है कौन ?
ट्रंप के इलेक्शन जीतने से पूर्व भी ट्रंप ने यह कहा था कि अगर मैं राष्ट्रपति बनता हूं तो मैं रशिया यूक्रेन वॉर रुकवा दूंगा।
इनका इलेक्शन जीत कर आना इलेक्शन वाले दिन भी और इलेक्शन के बाद भी बार-बार यह दोहराना कि अगर मैं आया तो मैं पश्चिम एशिया समेत इन सभी क्षेत्रों में शांति स्थापित करवा दूंगा रशिया यूक्रेन का वॉर रुकवा दूंगा, यह बात संभवतः किसी को रास नहीं आई और वह किसे रास नहीं आई है ।
वह मैं आज के आर्टिकल में बताने वाला हूं साथियों यह याद रखने की आवश्यकता है कि ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति बनेंगे 20 जनवरी 2025 से, फिलहाल के लिए बाइडन ही अमेरिका के राष्ट्रपति हैं।
आपने एक फॉर्मल मीटिंग इनके साथ की है बाइड लेकिन जाते-जाते एक गांव में कहावत है कि खाया नहीं तो ढला सही कि मैंने नहीं खाया तो इसको मैं वेस्ट करके ही जा रहा हूं यानी कि इनकी स्ट्रेटजी जी में जो बात अब देखने को मिल रही है इससे यह पता चलता है कि बाइडन बहुत ज्यादा डिस्ट्रक्टिव इन नेचर पर्सन प्रूव होने वाले हैं।
ऐसा मैं क्यों कह रहा हूं क्योंकि जहां ट्रंप पुतिन के साथ मामला सेटल करने का विचार कर रहे थे वहीं बाइडन ने जाते-जाते यूक्रेन को ना केवल साल भर के लिए पैसा पकड़ा दिया युद्ध लड़ने के लिए बल्कि बाइडन ने इन्हें वो लॉन्ग रेंज मिसाइल मारने की परमिशन भी दे दी है।
जिसकी पुतिन ने साफ इंकार करते हुए कहा था कि अगर आपने यह किया तो मैं इसे नाटो का सीधा दखल मानूंगा और नाटो का दखल का मतलब है कि वह वर्ल्ड वॉर 3 की शुरुआत माना जाएगा।
यह सुर्खियां जो अभी आप ताजा देख रहे हैं जिसमें हेडलाइंस बन रही हैं कि “Biden Allow Ukraine to Strike Russia With Long Range Missile”
यह वो टर्निंग पॉइंट होगा जिस दिन रशिया अपनी मिसाइलें यहां से उठा कर के नाटो कंट्रीज पर मोड़ देगा और नाटो कंट्रीज पर सिंपल रॉकेट दागने से काम नहीं चलेगा हो सकता है कि वो न्यूक्लियर वॉर कर दे वो न्यूक्लियर weapons शुरू कर दे।
और ऐसा मेरा कहना नहीं था असल में पुतिन का ही एक बयान इस समय बहुत ज्यादा वायरल हो रहा है जो उन्होंने दो महीने पहले जेलेंस्की के द्वारा लॉन्ग रेंज मिसाइल की परमिशन अमेरिका और नाटो कंट्रीज से मांगे जाने पर दिया था पुतिन ने साफ कहा था कि यदि इन्हें अंदर तक घुसने की इजाजत दी जाती है तो फिर यह हमला मुझ पर हमला माना जाएगा क्योंकि इनके पास फिलहाल यानी जेलेंस्की के पास ऐसा कोई वेपन सिस्टम नहीं है जो भी है वो इनके पास अमेरिका और उसके सहयोगियों के द्वारा दिया गया सिस्टम है और ऐसे में अगर यह रूस के अंदर मिसाइल मारने की सोच रहे हैं तो यह आने वाले समय में एक भीषण वॉर वार्निंग मानी जाएगी ऐसे में ट्रंप के
शासन में आने से पहले ही जाते हुए राष्ट्रपति का इस तरह का काम करना जिसमें उन्होंने यूक्रेन सैनिकों को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम जिसे ACMS कहा जा रहा है उसके प्रयोग करने की उसके उपयोग करने की परमिशन दे दी है।
मतलब आप यह सोच कर देखिए कि जाते-जाते वह जेलेंस्की से इस दो महीने में ही आर या पार करने की और इस दुनिया में युद्ध को भड़काने की परमिशन दे जा चुके हैं, पुतिन ने बताया है कि कब वर्ल्ड वॉर 3 हो सकता है इनडायरेक्टली यह वह बात थी जिसमें पुतिन ने कहा था कि वह
नाटो देशों पर हमला कब करेंगे उन्होंने तारीख बताई थी और उसी दिन CNN में यह खबर छपी थी कि रशिया विल बी एट वॉर विद नाटो इफ यूक्रेन लॉन्ग रेंज मिसाइल रिस्ट्रिक्शन लिफ्टेड पुतिन ने यह धमकी दी है CNN World की ये खबर 13 सितंबर की है आप चाहें तो इसे देख लें और अब अपने आप से इस बात का महत्व जुगाड़ लें कि 13 सितंबर को पुतिन ने साफ कहा था कि रशिया विल बी एट वॉर विद नाटो कंट्रीज यानी कि वो देश जो अमेरिका के पिछ लग्गू हैं एक साथ जीने मरने की कसमें खाने वाले देश हैं उनके साथ वो डायरेक्ट युद्ध में शामिल हो जाएंगे।
ट्रंप जो बार-बार कह रहे हैं कि मैं शांति स्थापित करना चाहता हूं उनके प्रयासों को बड़ा नुकसान और साथ में ही बाइडन की वो महत्वाकांक्षा जिसमें वो इस युद्ध को बढ़ावा देना चाहते हैं तो अल्टीमेटली ये युद्ध चाहता कौन है बाइडन चाहते हैं या फिर बाइडन से रक्षा उद्योग के लोग करवा रहे हैं ?
क्योंकि अमेरिका की असली कमाई डिफेंस इक्विपमेंट्स हैं और जब यह डिफेंस इक्विपमेंट बेचता है इसके डिफेंस के सामान बिकने से ही दुनिया में इसके सामान की डिमांड बढ़ती है और कहीं यह तो नहीं कि इससे करवाया जा रहा है यानी बाइडन जाते-जाते यह कर रहे हैं
पुतिन से सितंबर में पूछा गया था कि kursk रीजन के अंदर यूक्रेन एंट्री कर गया है आपको क्या लगता है कि वो अंदर आ जाएगा , अंदर आ जाएगा तो रशिया इस पर किस तरह रिएक्ट करेगा तो पुतिन यूक्रेन की सारी ताकत अच्छे से जानते हैं वो जानते हैं कि यूक्रेन के पास ना तो कोई सैटेलाइट सिस्टम है और ना ही लॉन्ग रेंज मिसाइल सिस्टम है अच्छा मैं आपको एक चीज याद दिला दूं रशिया यूक्रेन जब से कंफ्लेक्स
से यूक्रेन के अंदर ही मिसाइल दागी जा रही हैं यूक्रेन ने एक भी मिसाइल रशिया के अंदर नहीं दागी हैं मतलब यूक्रेन केवल सेल्फ डिफेंस ही कर रहा है और यूक्रेन को सेल्फ डिफेंस करने के लिए ही नाटो मेंबर्स और अमेरिकी सहयोगियों द्वारा वेपंस दिए जा रहे हैं कि तुम आत्मरक्षा कर सकते हो हमला नहीं कर सकते।